1. भारतीय रिज़र्व नैंक के अनुसा ये एक ए-श्रेणी का अनुसूचित व्यापारिक बैंक है। 2. व्यापारिक बैंक अपने ऋणों का ७०ध्ध्ध् भी अधिक भाग व्यापार व उद्योग को देते हैं.3. व्यापारिक बैंक ग्राहकों की ओर सेहुण्डियों, ड्राफ्टों ध्ध्ध् द्वारा धनराशि भेजकर व्यापार में सहायता प्रदानकरते हैं.4. भारत में व्यापारिक बैंक अधिकांश धन व्यापारियों को अल्पकालीन समय के लिएदेते हैं क्योंकि इनमें तरलता रहती है. 5. एजेन्सी सेवाएँ (आगेन्च्य् शेर्विचेस्) आधुनिक व्यापारिक बैंक ग्राहकों को उनके प्रतिनिधि के रूप में अनेकप्रकार की सेवाएँ प्रदान करते हैं. 6. इस बैंक की स्थापना स्टेट बैंक अधिनियम के अन्तर्गत हुई है. इसी कारणरिजर्व बैंक भी व्यापारिक बैंक नहीं कहा जा सकता. 7. (इइइ) व्यापारिक बैंक अपने ग्राहकों की ओर से विभिन्न प्रकार के भुगतानकरते हैं जैसे ऋणों की किश्तें, ब्याज और लाभांश आदि. 8. व्यापारिक बैंकों के कार्य (ञुन्च्टिओन्स् ओङ् छोम्मेर्चिअल् भन्क्स्) भारत में व्यापारिक बैंक वे सब कार्य करते हैं जो एक साधारण बैंक करताहै. 9. व्यापारिक बैंक प्रायःउन वर्गो के लोगों से उनकी धनराशि अपने यहाँ जमा करने अथवा निक्षेप केरूप में एकत्र करने का कार्य करते हैं.10. बैंकों की स्थापना के घटना-क्रम में १८८१ में एकऔर नया बैंक `अवध व्यापारिक बैंक ' के नाम से स्थापित किया गया जोपूर्णतया भारतीय बैंक था.